तो क्या फेसबुक बन सकता हैं मानवता के विनाश का कारण!!!
|ये तो सच हैं की फेसबुक ने हमारे दिन का चैन और रात का सुकून छीन लिया हैं। सोते जागते दिन रात लोग फेसबुक मे लगे रहते हैं। रात रात लोगों की पोस्ट्स और विडियो देखने मे बीत जाती हैं और सुबह आँख खोलते ही फिर से वही शुरू हो जाता हैं। मेट्रो और बस की ही नहीं, टॉयलेट सीट पर बैठे हुए भी लोग इसी मे लगे रहते हैं पर क्या ये सही मे मानवता के विनाश का कारण बन सकता हैं? सुनने मे भले ही अजीब लगे पर जी हाँ ये सच हैं और ये हम नहीं दुनियां के 50 सबसे बुद्धिमान लोग कह रहे हैं।
जब दुनियां के अलग अलग क्षेत्रों के 50 नोबेल पुरुस्कार विजेताओं से उन 10 चीज़ों के बारे मे पूछा गया तो उनमें पर्यावरण प्रदूषण, परमाणु युद्ध, इन्फेक्शन से फैलने वाली बीमारियों के अलावा फेसबुक को भी चुना गया जिसको नशीले पदार्थों के बराबर 10वें नंबर पर रखा गया हैं। इस सूची मे आतंकवाद, सामाजिक भेदभाव और यहाँ तक की अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को भी जगह मिली हैं।
इसमें कोई शक नहीं की फेसबुक ने लोगों मे जागृति फ़ैलाने का काम किया हैं पर ये भी सच हैं की अब इसका इस्तेमाल खतरनाक अफवाहों को, जो खतरे की सूची में 9वें नंबर पर हैं, बड़ी ही तेज़ी से फ़ैलाने मे होने लगा हैं जो सही मे भविष्य के लिए बहुत बड़ा खतरा साबित हो सकता हैं। इसलिए फेसबुक का भरपूर इस्तेमाल कीजिये पर पूरी सोच समझ के साथ।
मानवता के लिए खतरा बन सकती 10 चीज़ों की सूची:
1. बढती जनसंख्या/पर्यावरण प्रदूषण
२. परमाणु युद्ध
३. संक्रामक बीमारियाँ
४. बेईमानी/मानवताकी कमी
५. डोनाल्ड ट्रम्प
६. अत्याधुनिक मशीनें
७. सामाजिक भेदभाव
८. आतंकवाद
९. झूठी अफवाहें
१०. नशीले पदार्थ/फेसबुक
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