छोटे मोदी जी की बहिन ने घोटाले के पैसो से खरीदे करोड़ो के गहने!!!

२०१४ से पहले मोदी शब्द का मतलब कुछ भी हो सकता था। वो IPL वाले ललित कुमार मोदी हो सकता था या तारक मेहता का उल्टा चश्मा वाले असित कुमार मोदी पर अप्रैल २०१४ के बाद से मोदी शब्द का मतलब सिर्फ एक इंसान से जुड़ कर रह गया हैं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। इसलिए अगर किसी को ही किसी और मोदी के बारे मे बात करनी हो तो अलग से बताना पड़ता हैं जैसे हमने यहाँ “छोटे” मोदी जी लिखा हैं। पर ये छोटे मोदी जी हैं कौन ?

ये हैं छोटे मोदी

छोटे मोदी हैं ताजा ताजा बने बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी जी जिन्होंने लालू यादव की सरकार गिराने के लिए इतने धुआंधार आरोप लगाये की उनका सांस लेना मुश्किल कर दिया था और आख़िरकार सरकार गिरा कर ही दम लिया। अब जबसे लालू यादव और उनके दोनों बेटों की नौकरी छीन ली गयी हैं तो वो भी उसी काम मे लग गए हैं यानी घोटाले खोद खोद कर लाने के काम मे। इसी का परिणाम हैं की अब एक नया घोटाला उबार कर आया हैं जिसका नाम हैं सृजन घोटाला।

क्या हैं सृजन घोटाला

ये एक 780 करोड़ का घोटाला हैं और चारा घोटाले की तरह इसके तार भी लालू यादव के परिवार से जुडें हैं। यह घोटाला 2004 मे राबड़ी देवी सरकार के समय शुरू हुआ जब सृजन नाम की गैर सरकारी संस्था को 200 रुपए महीने पर जमीन का एक बड़ा टुकड़ा दे दिया गया। 12 साल बाद जब नोटबंदी के समय दिक्कत आई तब जाकर पता चला की सरकारी विभागों का सारा पैसा सरकारी खातों से निकाल कर सृजन के खातों मे जमा करा दिया जाता था जिसका इस्तेमाल अपने मनपसंद लोगों को जमीन, व्यापार या अन्य धंधे में निवेश करने के लिए ऊंचे ब्याज की दर पर देने के लिए किया जाता था। इस पूरे काण्ड मे बहुत सारे सरकारी अधिकारी, नेता और बैंक कर्मचारी शामिल थे इसलिए सच कभी सामने ही नहीं आ पाया। मुख्य आरोपी मनोरमा देवी की इसी साल फरवरी में मृत्यु हो गयी पर उनके किये घोटाले का भूत अब बाकी लोगों का पीछा कर रहा हैं जिसमे मुख्य आरोपी मनोरमा देवी के बहू और बेटा हैं।

रेखा मोदी पर आरोप

अब जब इस घोटाले की जांच शुरू हुई हैं तो नए नए नाम उभर कर आये हैं और उनमे से एक मुख्य नाम हैं सुशील मोदी की चचेरी बहिन रेखा मोदी का। ऐसा कहा जा रहा हैं कि सृजन के खाते से भुगतान कर बहुत बड़ी मात्रा में आभूषण ख़ासकर हीरे की ख़रीदारी के सबूत मिले हैं। ये हीरे के आभूषण राजनेताओं और अधिकारियों के परिवारवालों को रिश्वत के तौर पर दिए जाते थे और पटना के जिस ज्वेलर्स को हीरे के ख़रीदारी का भुगतान किया जाता था वो कभी सृजन के खाते से और कभी रेखा मोदी की एक-एक कंपनी के माध्यम से किया जाता था।

सुशील और रेखा का रिश्ता

वैसे सुशील कुमार का अपनी बहिन रेखा मोदी से कोई सोहार्दपूर्ण रिश्ता नहीं हैं। रेखा मोदी ने सुशील मोदी पर घरेलु हिंसा का केस दायर किया था जिसको न्यायलय ने निरस्त कर दिया था। रेखा मोदी ने उस निर्णय के खिलाफ अपील दायर कर रखी हैं। सुशील मोदी ने साफ़ साफ़ कह दिया हैं की अगर रेखा दोषी साबित होती हैं तो उसपर कड़ी से कड़ी कारवाही होनी चाहिए। वैसे भी अब जब सीबीआई जांच शुरू हो ही गयी हैं तो उम्मीद हैं की जल्द ही सब परतें खुल कर सामने आयेंगी।

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